बनी रहे नर के मन में नारियों के लिए श्रद्धाभक्ति ! बनी रहे नर के मन में नारियों के लिए श्रद्धाभक्ति !
मैं नारी हूँ, मैं शक्ति हूँ, मैं ज्ञान हूँ, लगती हूँ कमज़ोर, पर हूँ नही! मैं नारी हूँ, मैं शक्ति हूँ, मैं ज्ञान हूँ, लगती हूँ कमज़ोर, पर हूँ नही!
एक नारी के जीवन में, कभी इतवार नहीं आता! एक नारी के जीवन में, कभी इतवार नहीं आता!
मैं शक्ति हूँ,मैं त्याग हूँ, मैं प्रेम हूँ, हां मैं नारी हूं। मैं शक्ति हूँ,मैं त्याग हूँ, मैं प्रेम हूँ, हां मैं नारी हूं।
अपना हक, ही तो मांगा है, ज्यादा नहीं, जी मेरा है, उतना हक ही तो मांगा है।। अपना हक, ही तो मांगा है, ज्यादा नहीं, जी मेरा है, उतना हक ही तो मांगा ह...
नारी के सम्मान की कविता। नारी के सम्मान की कविता।